VRINDAVAN INSTITUTE OF NATUROPATHY AND YOGIC SCIENCES is an authorized Work Integrated Vocational Education Center (WIVE) of Asian International University in India.

अपरा (गर्भ) और डिम्ब के बीच अंतर

By- Dr. Kailash Dwivedi 'Naturopath'

अपरा स्तनधारियों के लिए एक अनूठा अंग है जो गर्भाशय भित्ति को विकासशील भ्रूण से जोड़ता है। अपरा भ्रूण को ऑक्सीजन और भोजन की आपूर्ति करती है और भ्रूण के अपशिष्ट पदार्थों को माता के गुर्दों के माध्यम से उत्सर्जित करने मे सहायता करती है। अपरा गर्भनाल के द्वारा भ्रूण से जुड़ी रहती है। अपरा भी उन ही शुक्राणु और डिम्ब कोशिकाओं से निर्मित होती है जिनसे भ्रूण का निर्माण होता है और दो घटकों क्रमश: भ्रूण भाग (कोरिओन फ्रोंडोसम) और मातृ भाग (डेसिडुआ बेसालिस) के साथ एक फेटोमेटरनल अंग के रूप में कार्य करती है। एक मानव डिम्ब, शुक्राणुओं से घिरा हुआ डिम्ब  एक हैप्लॉएड मादा प्रजनन कोशिका या गैमीट होता है। पशुओं एवं एम्ब्र्योफाइट, दोनों में ही डिम्ब हुआ करते हैं। जीवों के नवीन डिम्ब के लिये ओव्यूल शब्द प्रयोग किया जाता है। ये पशुओं एवं पादपों में वो नवीन डिम्ब कोशिका होती है, जो मादा गैमीटोफाइट एवं अंड कोशिका धारित करता है ।