VRINDAVAN INSTITUTE OF NATUROPATHY AND YOGIC SCIENCES is an authorized Work Integrated Vocational Education Center (WIVE) of Asian International University in India.

अभ्यंग (मालिश)चिकित्सक के गुण

By- Dr. Kailash Dwivedi 'Naturopath'

 अभ्यंग चिकित्सा अर्थात् मालिश करने वाले व्यक्ति के निम्न लिखित गुण होने चाहिये।

·         चिकित्सक ऐसा हो जो रोगी को दिये गये समय पर स्वयं प्रतिबद्ध हो। 

·         नियामितता बहुत जरूरी है। यह रोगी के लिए भी नुकसानदायक है और व्यवसाय के लिए भी।

·         अनुशासन का विशेष ध्यान रखें, मालिश के समय न तो स्वंय किसी से बात करे न ही रोगी को करने दें।

·         चिकित्सक को साफ-सुथरे कपड़े व्यवस्थित रूप से पहनने चाहिये। इससे व्यक्तित्व निखरता है।

·         मालिश चिकित्सक पूर्ण शारीरिक शक्ति सम्पन्न होना चाहिये। क्योंकि कमजोर व्यक्ति दूसरो की मालिश नही कर सकता।

·         मालिशकर्ता को अभ्यास द्वारा कुशलता व नियमित अध्ययन द्वारा ज्ञान बर्लित करते रहना चाहिये।

·         मलिशकर्ता के हाथ ठंडे नही होने चाहिये, नाखून कटे हो, चूड़ी, घड़ी, अंगूठी आदि उतार देने चाहियें।

·         मालिशकर्ता का मन व ह्रदय पवित्र होना चाहिये इसे व्यवसाय समझकर नही सेवा भाव समझकर करना चाहिये।

·         मालिश कर्ता को संवेदनशील होना चाहियें।