VRINDAVAN INSTITUTE OF NATUROPATHY AND YOGIC SCIENCES is an authorized Work Integrated Vocational Education Center (WIVE) of Asian International University in India.

जल चिकित्सा के स्नान - प्रकार

By- Dr. Kailash Dwivedi 'Naturopath'



जल प्राणियों के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है। जीवन जीने का महत्वपूर्ण साधन के रूप में उपयोग होता है।प्राकृतिक चिकित्सा प्रकृति के पंच तत्वों द्वारा रोगों को ठीक करने की विधि बताती है। प्रस्तुत पाठ में जल तत्व द्वारा रोग को ठीक करने की कितनी विधि है। इसके बारे में आप विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे। जल द्वारा चिकित्सा के लिए जल का प्रयोग पट्टियाँ, एनिमा के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के स्नानों  के लिए, लिए किया जाता है। सर्वप्रथम आइये आपको बताए कि कितने प्रकार के स्नान होते है जिन्हें जल चिकित्सा में प्रयोग किया जाता है।
स्नान के प्रकार
1.     साधारण दैनिक स्नान
2.     खनिज जल स्नान
3.     नदी में तैरकर स्नान
4.     वर्षा के जल से स्नान
5.     समुद्र स्नान
6.     लम्बा स्नान
7.     झरना स्नान
8.     गीली चादर से स्नान
9.     सम्पूर्ण स्नान
10. नेत्र स्नान
11. ब्रैंड स्नान
12. ठंडा तौलिया स्नान
13. क्रमिक शीत घर्षण स्नान
14. सिर स्नान       
15. तलवा स्नान
16. पैर स्नान
17. टांग स्नान
18. गर्म पाद स्नान
19. कटि स्नान
20. घर्षण स्नान
21. पीठ या रीढ स्नान
22. पूर्ण डूब का ठंडा स्नान