By- Dr. Kailash Dwivedi 'Naturopath'
हमारे जीवन में साफ-सफाई बहुत जरूरी है चाहे वह घर पर हो,
चाहे स्कूल में हो या फिर कहीं पर भी हमें हर जगह को साफ सुथरा
रखना चाहिए यह किसी और के लिए नहीं हमारे लिए ही फायदेमंद है|
साफ-सफाई का मतलब यह नहीं होता है कि आपने एक दिन सफाई कर दी
और फिर महीनों तक सफाई नहीं की इसका मतलब यह होता है कि हमें नियमित रूप से साफ सफाई
करनी चाहिए |
वर्तमान समय में साफ सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि आजकल साफ-सफाई
नहीं रहने की वजह से बहुत सी ऐसी बीमारियां फैल रही है जिनका इलाज संभव नहीं है |
बीमारियों से बचने के लिए हमें स्वच्छता को अपनाना होगा |
हम विद्यार्थी हैं इसलिए ज्यादा समय हम स्कूल में ही रहते हैं
इसलिए हम जिस स्कूल में जाते हैं वह साफ सुथरा होना बहुत जरूरी है |हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ नहीं होने के कारण आए दिन कई
गंभीर एलर्जी इंसान और जानवरों को हो रही है | विद्यालय में साफ सफाई के लिए कर्मचारी होते हैं लेकिन अगर हम
विद्यार्थी भी स्वच्छता के प्रति अगर सचेत हो जाएं तो विद्यालय में जरा भी गंदगी नहीं
फैलेगी |
· हमें हमेशा फटे हुए कागज और अन्य कूड़ा करकट हमेशा कूड़ेदान
में ही डालना चाहिए कभी भी इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि इससे हमारे और हमारे
मित्रों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है
· हमें सदैव हमारे विद्यालय को साफ सुथरा रखना चाहिए |
· स्कूलों में साफ सफाई को बढ़ाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री
स्मृति ईरानी ने 25 सितंबर 2014 में
स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान उद्घाटन किया था. इस अभियान के तहत सभी स्कूलों
में साफ सफाई अनिवार्य कर दी गई थी |
· विद्यालय में साफ सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि हमारे देश के भविष्य
विद्यार्थी रोज स्कूल में जाते हैं और लगभग अपना पूरा दिन वही बिताते है अगर विद्यालय
की साफ सुथरा नहीं होगा तो विद्यार्थियों में स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां हो सकती है
|
· विद्यालय में प्रत्येक वर्ष रंग-रोगन होना चाहिए जिससे विद्यालय
की दीवारें खराब नहीं होंगी और उनमें काई भी नहीं जमेगी. जिससे बीमारियों वाले बैक्टीरिया
उत्पन्न होने की संभावना खत्म हो जाएगी |
· विद्यालय में प्रत्येक कक्ष के आगे कूड़ादान होना चाहिए जिससे
कक्षा से निकलने वाला कूड़ा सीधा कूड़ेदान में ही डालें सके |
विद्यालय में पानी की टंकियों की सफाई प्रतिमाह होनी चाहिए जिससे
टंकियों में बचा हुआ पानी प्रदूषित नहीं होगा |
· प्रत्येक विद्यार्थी को विद्यालय की ड्रेस को नियमित रूप से
साफ करना चाहिए | विद्यालय विद्यार्थी का दूसरा घर होता है इसलिए विद्यार्थियों को भी विद्यालय में
साफ सफाई रखने में सहयोग देना चाहिए |
· स्कूलों में प्रत्येक वर्ष ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाना
चाहिए जिसमें विद्यार्थियों को साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए |
· विद्यालय का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ हो इसके लिए हमें विद्यालय
में चारों ओर पेड़ पौधे लगाने चाहिए | प्रत्येक विद्यालय को विद्यार्थियों द्वारा रैली निकलवाई जानी
चाहिए जिसमें स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने चाहिए |
· स्कूलों के मैदानों की साफ-सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए क्योंकि
बच्चे रोज वहीं पर खेलते हैं अगर मैदानों की साफ सफाई नहीं होगी तो वहां पर पढ़ने वाले
विद्यार्थी बीमार हो सकते है |
· अभिभावकों को भी समय समय पर स्कूल में जाकर देखना चाहिए कि वहां
पर साफ सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है या नहीं क्योंकि जब तक स्कूलों में साफ सफाई नहीं
होगी तब तक वहां पर शिक्षा संभव नहीं है |
· विद्यालय के वातावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए पेड़ पौधे
और फूलों के बगीचे लगाने चाहिए जिससे विद्यालय का वातावरण सुगंधित और प्रदूषण रहित
होगा और विद्यार्थियों का स्वास्थ्य भी उत्तम बना रहेगा.
· विद्यालय के पेड़-पौधे से प्रतिदिन पत्ते गिरते रहते हैं जिससे
कूड़ा करकट फैल जाता है इसलिए प्रतिदिन पेड़ पौधों की पत्तियों को इकट्ठा करके इन से
खाद बनानी चाहिए और पौधों में डाल देनी चाहिए इससे बड़ा भी नहीं फैलेगा और पेड़ पौधों
को खाद भी मिल जाएगी |
· शिक्षकों को समय-समय पर विद्यालय में आने वाले पानी की जांच
करवानी चाहिए |
· विद्यालय में समय समय पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जाना
चाहिए जिससे वहां पर पनप रहे कीटाणु और मच्छरों को हटाया जा सके. अगर ऐसा नहीं किया
जाता है तो कई प्रकार की बीमारियां फैल सकती है |
· विद्यालयों की सभी कमरे हवादार होने चाहिए जिससे विद्यार्थियों
को घुटन महसूस नहीं हो और वहां का वातावरण भी स्वच्छ बना रहे |